उत्तर प्रदेश के विधायकों को धमकी के प्रकरण में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है. जांच एजेंसियों को पता लगा है कि 22 विधायकों को रंगदारी के लिए भेजी गई धमकी में जिस खाते का जिक्र था, उस 'क्रिप्टो करेंसी (बिटक्वाइन) खाते' में आठ लाख रुपए से अधिक की रकम का लेन-देन हुआ है.

स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के सूत्रों ने बताया कि धमकी देने वालों के खाते में लगभग आठ लाख रुपए बिटक्वाइन के जरिए भेजे गए हैं. रकम को अलग-अलग खातों में हस्तांतरित किया गया है. रकम अलग-अलग तारीखों में हस्तांतरित की गई है.

धमकी पाने वाले विधायकों को भेजे संदेश में दस लाख रुपए बिटक्वाइन के जरिए भुगतान करने के लिए कहा गया था. सूत्रों ने बताया कि

चार मई की शाम लगभग छह बजकर 45 मिनट पर 18 मई की सुबह चार बजे के बीच छह 'ट्रांजेक्शन' में यह रकम अलग-अलग 'ई-वॉलेट' में स्थानांतरित की गई. दो मई, तीन, चार और 18 मई को एक-एक तथा 17 मई को दो ट्रांजेक्शन हुए हैं.
बताया जाता है कि ई-ट्रांजेक्शन के दौरान कई पेमेंट गेटवे पर बिटक्वॉइन का विकल्प आता है. यह मुद्रा किसी देश में नहीं चलती है लेकिन साइबर अपराधी इसका प्रयोग टोकन के तौर पर करते हैं. हर देश की मुद्रा के अनुरूप बिटक्वॉइन के दाम घटते-बढ़ते हैं. पेमेंट गेटवे पर विभिन्न देशों की मुद्रा में एक बिटक्वॉइन का मौजूदा दाम भी दर्शाता है.
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