उत्तर प्रदेश: जैसा की आज के प्रमुख अखबारों में एक खबर आयी है कि इस साल योगी सरकार छात्र संघ चुनाव नही कराना चाहती है लगभग सभी विश्विद्यालयो को मौखिक तौर पे बोल दिया गया कि है सितम्बर तक छात्रों को समझा के रखा जाये और उसके बाद सेमेस्टर परीक्षा और आम चुनाव नजदीक होने की वजह से चुनाव सम्भव नही हो पायेगा, इसको देखते हुए समाजवादी छात्र सभा के नेता विपिन नागर ने बताया कि सरकार की मंशा ठीक नही लग रही है और जिन छात्रों ने जिन युवाओं ने भाजपा को सत्ता के शिखर के पहुँचाया उन्ही युवाओं की आवाज़ को सरकार दबाना चाह रही है छात्रों को मुख्यधारा से बाहर करना चाहती है क्योंकि छात्र राजनीति ,राजनीती की पहली सीढ़ी होती है और अगर  छात्र संघ चुनाव ही रद्द कर दिए जाएंगे तो ये साफ़ तौर पे एक तानाशाही फैसला होगा जिस से की युवाओं की छात्रों की आवाज़ को दबाने का कार्य सरकार के द्वारा किया जा रहा है और आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की सरकार छात्र संघ चुनावो के नतीज़ों को लेकर डरी हुई है कि अगर छात्र संघ चुनावो में भाजपा की छात्र इकाई ए बी वी पी के प्रत्याशियो की हार होती है तो ये  2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बहुत बड़ा झटका होगा और जिसका नुकसान भाजपा को आम चुनाव में उठाना पड़ेगा, अपने खिलाफ नतीज़ों को देखते हुए इस तरह का सरकार कोई भी छात्र विरोधी फैसला लेती है तो इसका सड़क से लेकर जेल भरने तक आंदोलन किया जायेगा।
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