समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि देश में राजनीतिक स्थितियां बदल रही हैं. स्वार्थ के लिए बीजेपी इतिहास की गलत व्याख्या कर रही है. बंटवारा करने वाली सभी ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है. यह काम समाजवादी जोखिम उठाकर भी करेंगे क्योंकि यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि समाजवादी इतिहास को जोड़ने की नज़र से देखते हैं जबकि बीजेपी समाज को तोड़ने की राजनीति करती है. हम संविधान और लोकतंत्र, समाजवाद तथा सेक्युलरिज्म के लिए प्रतिबद्ध हैं.
सपा मुखिया अखिलेश यादव बुधवार को यहां समाजवादी पार्टी मुख्यालय में आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे. इस दौरान अखिलेश यादव को पगड़ी बांधकर, स्मृति चिह्न तथा तलवार भेंट कर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का आयोजन पूर्व मंत्री अरविन्द सिंह गोप, विधायक राकेश सिंह और पूर्व विधायक अभय सिंह द्वारा किया गया. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह, पूर्व सांसद भगवती सिंह, पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी, ओम प्रकाश सिंह, राजकिशोर सिंह, पूर्व सांसद नीरज शेखर उपस्थित रहे.
कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने कहा कि लगभग 500 साल पहले हल्दीघाटी का युद्ध हिन्दू मुस्लिम की लड़ाई नहीं थी. यह राज्यों की परस्पर प्रतिस्पर्धा, आधिपत्य के विस्तार और अपने स्वाभिमान की रक्षा का युद्ध था. इस लड़ाई में जहां अकबर का सेनापति मान सिंह हिंदू था, वहीं महाराणा प्रताप का सेनापति सरदार हाकिम खां मुस्लिम था.
उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप जयंती के इस आयोजन से बीजेपी में ज्यादा हलचल होगी. बीजेपी जितना रोकेगी, हम उतना ही महापुरूषों का सम्मान करेंगे. महाराणा प्रताप आदर्श वीर पुरूष थे. वे स्वाभिमान की लड़ाई लड़े. महापुरूषों के समय के इस सद्भाव की आज समाज को बहुत जरूरत है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने उनकी जयंती पर अवकाश रद्द कर दिया है, सपा सरकार बनने पर फिर अवकाश घोषित होगा. क्षत्रिय समाज को पहले भी सम्मान दिया है और भविष्य में भी दिया जाएगा.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब भारत देश के लोग हैं. देश को बनाने में हमारे पूर्वजों का भारी योगदान रहा है. हम देश तोड़ने और समाज को बांटने वाली ताकतों में टकराने की ताकत रखते हैं. राजनीति को झूठे दावों और भ्रष्टाचार ने बिगाड़ दिया है. इसमें किसान, गरीब, अल्पसंख्यक महिलाऐं और नौजवान सब हाशिये पर डाले जा रहे हैं. हमें इनके हितों की लड़ाई को अंतिम परिणति तक पहुंचाना होगा.
अखिलेश ने कहा कि हमें इस बारे में सोचना होगा कि जो देश हमसे बाद में आजाद हुए वे कैसे आगे बढ़ गए हैं? सिंगापुर 1965 में आजाद हुआ, आज वह कहां है? चीन ने अपना जैसा दबदबा बनाया है उसकी तुलना नहीं है. अमेरिका से तो खैर हम बहुत पीछे हैं. ब्रिटेन ने हम पर लम्बे समय तक राज्य किया, हमें विकास का रास्ता चुनना होगा.
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