यूपी के सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष के छोटे भाई सजीव वालिया की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या के बाद एक बार फिर माहौल तनावपूर्ण हो गया है. मृतक के परिवार ने सरकार से मांग की है कि हत्यों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उन्हें 50 लाख मुआवजा के साथ सरकारी नौकरी भी दी जाए.
आपको बता दे कि बुधवार को भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के छोटे भाई सचिन वालिया की गोली लगने से मौत हो गई. इसे परिजन जहां हत्या बता रहे है वहीं पुलिस प्रशासन इसे संदिग्ध मान का चल रही है. फिलहाल इलाके में तनाव को देखते हुए जनपद में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं हैं और भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी, आरएएफ़ तैनात है.
भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया ने अपने भाई की मौत का जिम्मेदार पुलिस प्रशासन को ठहराया है. कमल वालिया ने कहा कि सत्ता के दवाब में महाराणा प्रताप जयंती मनाने की अनुमति दी गई है, जिसका हमने विरोध भी किया था, हमें धमकी भी मिली. धमकी की जानकारी देने के बावजूद मुझे और मेरे भाई को कोई सुरक्षा नहीं दी गई, जिसके कारण ही उनके भाई की हत्या हुई है.
कमल वालिया और उनके परिवार मृतक का पोस्टमार्टम न कराने की मांग पर अड़ा हुआ है. इसके चलते पूरी भीम आर्मी ने अस्पताल में ही घेरा डाल रखा है और जमकर हंगामा कर रहे हैं. मृतक के परिजनों ने चार लोग राजपूत महासभा के शेर सिंह राणा, कान्हा राणा, नागेंद्र राणा व उपदेश राणा के खिलाफ तहरीर दे दी है साथ ही गिरफ्तारी की मांग के साथ ही 50 लाख का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की मांग की है.
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