ग्रेटर नोएडा: सैमसंग कंपनी के बहार धरना प्रदर्शन कर स्थानीय युवाओ को नोकरी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को 21 अगस्त को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया था, समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता सदस्य विधान परिषद नरेन्द्र सिंह भाटी ने तुरंत इस गिरफ्तारी की पुरजोर आलोचना करते हुए जेल में बंद प्रदर्शकारियों से मुलाकात कर बिना शर्त रिहाई की मांग की थी, 26 अगस्त देर रात रविन्द्र भाटी, राजू भाटी, अशोक कमांडो, रूपेश वर्मा, मनोज नागर आदि सभी आंदोलनकारियों के रिहा होने पर सेकड़ो व्यक्तियों की मौजूदगी रही लुकसर जेल के बाहर, रास्ते में फूल माला पगड़ी पहनाकर ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया।
जेल में बंद आंदोलनकारियों के पक्ष में पूरे जिले से आवाज़ उठाने लगी थी, बहुजन समाज पार्टी से लोकसभा प्रत्याशी वीरेंद्र डाढ़ा ने भी जेल में मुलाकात कर प्रदर्शनकारियों के पक्ष में आवाज बुलंद की।
कांग्रेस नेता वीरेन्द्र सिंह गुड्डू आदि ने जनपद के आला अधिकारियों से मुलाकात कर बिना शर्त अविलंब रिहाई की मांग  की थी, रिहाई होने पर बेरोजगार युवकों को नोकरी देने की मांग के आंदोलन की जीत बताया, किसानों मजदूरों की जीत बताया और प्रशासन व कम्पनियों से अपील की के क्षेत्रियो युवाओ को योग्यता के आधार पर नोकरी में प्राथमिकता देने का काम करे।
किसान नेता जतन भाटी, आलोक नागर, मनीष भाटी बीडीसी, ब्रिजेश भाटी ऐच्छर आदि ने भी मुलाक़ात की थी लुकसर जेल पहुंच कर, जतन भाटी ने जल्दी रिहाई न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।

समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता अधिवक्ता श्याम सिंह भाटी भी पहले दिन से आवाज उठाने का काम कर रहे थे, अख्तर खान कांग्रेस नेता, चौधरी लियाकत अली कांग्रेस नेता, शाहबुद्दीन कांग्रेस नेता, इकलाख अब्बासी, हारून सैफी, सुधीर वत्स, जावेद मलिक, सोनू मुस्तुफा सिद्दीकी आदि ने कहा कि क्षेत्रीय युवाओ के हित में लगातार इस तरह ही जमीनी संघर्ष की जरूरत है।

अन्ना हजारे के वरिष्ठ सहयोगी प्रवीन भारतीय क्राइम फ्री संग़ठन से जुड़े लोगों ने भी भरपूर आवाज़ उठाने का काम किया, सेंकी भाटी चिटेहरा ने कहा कि युवाओ को बड़ी संख्या में नोकरी दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा वरना आने वाले चुनावों में बेरोजगार युवाओं के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा, सेकड़ो बंद कम्पनियों को शुरू कराने की मांग हम वर्षो से कर रहे हैं, जनप्रतिनिधियों व प्रशासन की उदासीनता की वजह से छोटी छोटी वजहों से बंद पड़ी अनगिनत कम्पनी चालू नहीं हो रही है, जनपद गौतमबुद्ध नगर में हजारों कम्पनियां किसानों से ली गई जमीनों पर लगी हुई है फिर भी किसानों व क्षेत्रीय युवाओ को रोजगार देने में लापरवाही बरती जा रही है, अमित पहलवान, अरविंद सेकेट्री आदि ने भी साथियों के साथ पहुंच कर जेल में बंद लोगो से मुलाकात कर समर्थन किया आंदोलन को।
Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours