कानपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर के 51 वें दीक्षा समारोह में भाग लेने पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छात्रों को आगे बढ़ने की सीख दी। उन्होंने कहा कि छात्रों को असफलता से निराश नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमेशा आगे बढ़ते रहिए एक दिन सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने छात्रों को सफलता के चार मंत्र भी बताए। कहा कि बड़ा सोचें, अनुशासन रखें, विनम्र रहें और दूसरों से प्रेरणा लें। कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेधावी छात्र- छात्राओं को मेडल और उपाधि भी दी।
कार्यक्रम में शैक्षणिक, खेलकूद समेत अन्य सामाजिक गतिविधियों के मेधावियों को प्रेसिडेंट, निदेशक, रतन स्वरूप मेमोरियल, डॉ. शकर दयाल शर्मा गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। 186 पीएचडी धारकों को उपाधि दी गई। इनमें 141 छात्र और 45 छात्राएं शामिल रहीं। कार्यक्रम में राज्यपाल रामनाईक और कैबिनेट मंत्री सतीश महाना भी मौजूद रहे। दीक्षा समारोह के बाद राष्ट्रपति आइआइटी परिसर में ही स्थित आउटरीच स्टेडियम के लिए निकले और सुपर-30 के बच्चों से मुलाकात की।
यहां उन्होंने पांच छात्रों को सम्मानित भी किया। इससे पहले राष्ट्रपति का विमान सुबह तकरीबन पौने दस बजे पत्नी सविता कोविंद के साथ चकेरी एयरपोर्ट पर पहुंचा। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रतिनिधि के रूप में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने उनका स्वागत किया। यहां से वह हेलीकॉप्टर से आइआइटी रवाना हुए। आइआइटी हैलीपेड पर डीएम विजय विश्वास पंत, एसएसपी अखिलेश कुमार के साथ आइआइटी निदेशक अभय करंदीकर ने उनका स्वागत किया।
इन्हें मिला मेडल प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल- सक्षम शर्मा, बीटेक (सीएसई) डायरेक्टर गोल्ड मेडल- कनुप्रिया अग्रवाल, बीएस (मैथ्स), एमटेक (सीएसई) डायरेक्टर गोल्ड मेडल- सिमरत सिंह, बीटेक (ईलेक्ट्रिक) रतन स्वरूप मेमोरियल मेडल- श्रुति अग्रवाल, बीटेक (सीएसई) डॉ. शकर दयाल शर्मा मेडल- अर्जक भट्टाचार्य, एमटेक (मैटेरियल साइंस) बेस्ट ऑल राउंड गर्ल्स स्टूडेंट- एफीफा, एमडेस गोपाल दास मेमोरियल डिस्टिंग्विश्ड टीचर अवार्ड- प्रो. सागर चक्रवर्ती
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