भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को विपक्ष पर ईवीएम मुद्दे पर हमला किया. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि विपक्षी दलों का ईवीएम राग एक सियासी मजाक है. उन्होंने कहा कि दरअसल हताश विपक्ष ईवीएम को बेवजह कारण बना रहा है और जनता के नकारे जाने के कारणों पर आंखे मूंद रहा है. ये भूल गए हैं कि उत्तर प्रदेश में बसपा और सपा की प्रचण्ड जीत भी ईवीएम से ही निकली थी. कई राज्यों में गैर भाजपाई सरकारें भी ईवीएम से सम्पन्न चुनावों में बनीं लेकिन अब अपनी हार का कारण ईवीएम में तलाशना विपक्ष की हताशा ही है.

राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश यादव पर चुटकी लेते हुए कहा कि लैपटॉप के हिमायती अखिलेश यादव आस्ट्रेलिया से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर लौटे हैं. फिर भी सपा मुखिया का टेक्नोलाॅजी विरोध ना केवल आश्चर्य में डालता है, बल्कि उनकी इंजीनियरिंग की डिग्री पर संदेह भी खड़ा करता है.

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि ईवीएम मसले पर जब निर्वाचन आयोग ने चुनौती दी थी, तब सपा-बसपा-कांग्रेस समेत किसी राजनैतिक दल ने ईवीएम में छेड़छाड़ करने की हिम्मत नहीं जुटाई थी. ऐसे में अब ईवीएम का बेवजह विरोध केवल जुबानी जमाखर्च मात्र है.

बता दें सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कैराना उपचुनाव में मतदान के दौरान ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी के मुद्दे पर मांग की है कि आगे होने वाले सभी चुनाव बैलट पेपर पर कराए जाएं. अखिलेश ने कहा कि जनता को ईवीएम पर भरोसा नहीं रह गया है. लोकतंत्र की मजबूती के लिए बैलट पेपर पर चुनाव जरूरी हैं.
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