सुल्तानपुर में ग्राम स्वराज अभियान के तहत दलितों को रिझाने की बीजेपी की मुहिम साकार होती नज़र नहीं आ रही है. रात्रि प्रवास के लिए शनिवार को प्रभारी मंत्री गांव जरूर पहुंचे, लेकिन उन्होंने गांव में प्रवास नहीं किया. प्रोग्राम के तहत दलित के घर उनका भोजन था. उन्होंने दलित के घर भोजन भी किया, लेकिन  खाना उन्होंने बाहर से मंगवाया गया था.

आपको बता दें कि शनिवार को प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह का अखंडनगर थाना क्षेत्र के बीरपुर प्रतापपुर में ग्राम स्वराज अभियान के तहत चौपाल और रात्रि विश्राम का प्रोग्राम था. गांव के प्राथमिक विद्यालय में लगी चौपाल में मंत्री जय प्रताप ने गांव की जनता से उनकी समस्याएं पूछनी शुरू की तो जनता ने एक-एक करके अपनी तमाम समस्याएं सांझा की.

मंत्री के साथ पहुंचे जिले के तमाम विभागों के अधिकारियों ने जब अपने द्वारा कराए गए विकास कार्यों का लेखा-जोखा बताना शुरू किया तो ग्रामीणों ने इसे झूठ बताते हुए हंगामा कर दिया.

चौपाल के बाद जय प्रताप ने दलित रामदयाल के घर के दरवाजे पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और स्थानीय विधायक राजेश गौतम के साथ भोजन किया. अब भले ही इसे दलित के घर भोजन कहा जा रहा हो, लेकिन ऐसी सूचना है कि खाना दूसरी जगह से बन कर आया था.


ग्रामीणों को उम्मीद थी कि मंत्री जी गांव के स्कूल में ही रात्रि विश्राम करेंगे, जिसके लिए तैयारी भी की गई थी लेकिन भोजन के बाद मंत्री जी सुबह आने की बात कहकर निकल गए.
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